आसरा मुक्तांगन’ राष्ट्रभाषा हिंदी तथा राष्ट्र को समर्पित एक साहित्यिक मासिक पत्रिका है। समाज, संस्कृति, साहित्य, शिक्षा, कला, अध्यात्म, स्वास्थ्य और अनुसंधान को दृष्टिगत रखते हुए एक सशक्त राष्ट्र की नींव को परिपुष्ट करना पत्रिका प्रकाशन का मुख्य उद्देश्य है।
नवयुवकों, नारी तथा बुजुगों में जागृति का संचार करना तथा देश में घर-घर तक साहित्य और संस्कृति के उच्चतम संस्कारों को पुष्पित एवं पल्लवित करने के लक्ष्य पूर्ति हेतु, पत्रिका सतत प्रयत्नशील है। ‘बसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना से ओतप्रोत पत्रिका का प्रकाशन, प्रकाशक एवं संपादक मंडल का एक सारस्वत अभियान है।
प्रकाशक – महानंदा शिरकर
प्रधान संपादक – डॉ. रमेश मिलन
संपादक – डॉ. विमलेश शिरकर
कार्यकारी संपादक – पवित्रा सावंत
सहसंपादक – डॉ. रमेश यादव
संपादकीय मंडल
डॉ. सुलभा कोरे
डॉ. सतीश पान्डेय
सलाहकार मंडल
सरिता आहुजा (कनाडा)
माधवराव अंभोरे
जानकी प्रसाद
प्रो. कुसुम त्रिपाठी
स. वि. लव्हटे
संजय भारद्वाज
बीनु जमुआर
विधि सलाहकर
अॅड. रमेश शाह
विशेष प्रतिनिधि
दिनेश सिंग